


पश्चिम एशिया में जारी युद्ध और भू-राजनीतिक तनावों ने भारतीय कंपनियों के कार्यप्रणाली पर गहरा असर डाला है। 63% कंपनियों ने नई नियुक्तियों पर रोक लगाई है या कर्मचारियों की संख्या में कटौती की है। इसके अतिरिक्त, 36% कर्मचारियों ने माना कि इस अस्थिरता के चलते वेतनवृद्धि, बोनस और मूल्यांकन जैसे पहलुओं पर असर पड़ा है। यह बात जीनियस कंसल्टेंट्स द्वारा जारी एक ताजा रिपोर्ट में कही गई है। स्टाफिंग समाधान और मानव संसाधन सेवा प्रदाता जीनियस कंसल्टेंट्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सर्वे में शामिल 63 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों ने कहा कि उनकी कंपनी या तो भर्ती रोक रही है या अपनी टीम का आकार घटा रही है।
वहीं 15 प्रतिशत अन्य ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बीच अनुबंध-आधारित या ‘फ्रीलांस’ भूमिकाओं की ओर स्पष्ट बदलाव देखने को मिल रहा है। यह रिपोर्ट 12 मई से छह जून के दौरान देशभर के विभिन्न क्षेत्रों के 2,006 कर्मचारियों के बीच एक ऑनलाइन सर्वेक्षण पर आधारित है।
रिपोर्ट से पता चलता है कि सर्वे में शामिल 36 प्रतिशत कर्मचारियों ने कहा कि भू-राजनीतिक अस्थिरता के मद्देनजर उनकी वेतनवृद्धि, बोनस या मूल्यांकन प्रभावित हुआ है। वहीं 21 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों ने कहा कि उनपर कार्य का दबाव बढ़ा है, जबकि 22 प्रतिशत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार संपर्क या यात्रा बाधित हुई है।
21 प्रतिशत ने कहा कि टीम का मनोबल और नौकरी का भरोसा कम हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 प्रतिशत कर्मचारियों ने स्वीकार किया कि वे बेहद चिंतित हैं और पहले से ही चेतावनी के शुरुआती संकेत देख रहे हैं। वहीं 26 प्रतिशत ने कहा कि वे थोड़े चिंतित हैं।